सोमवार, 14 दिसंबर 2015

राहुल गाँधी का झूठ


प्रथम दृष्टया तो यह कि राहुल गाँधी सरासर झूठ बोल रहे थे, उनके असम दौरे मे कहीं पर भी बारपेटा सत्र के दौरा का ज़िक्र ही नहीं है ! नीचे उनके कार्यक्रमों की लिस्ट है , आप खुद देख सकते हैं !









यह आरोप उतना ही झूठा है जितना कि इस देश की आज़ादी और विकास मे सिर्फ़ कांग्रेस का ही योगदान है , अब एक प्रश्न राहुल गाँधी से कि इतना झूठ क्यों भाई ? क्या पूरा देश आपके परिवार का गुलाम है, क्या इस देश को अपने अनुसार सरकार चुनने का अधिकार नहीं ! आपको  सत्ता से इस देश ने इसलिए बेदखल किया था कि आपलोगों ने इस देश को अपनी बपौती मान ली थी ! आपने यह मान लिया था कि देश की जनता मूर्ख है, हम भ्रष्टाचार पे भ्रष्टाचार करते रहेंगे और पब्लिक को सेकूलरिस्म के नाम पर बेवकूफ़ बनाते रहेंगे ! लेकिन ऐसा नहीं है , देश को जितना अंधेरें मे रखना था रख लिया , अब लोग शिक्षा के लिए सरकारों के भरोसे रहना छोड़ दिया है ! शिक्षा की तरफ जितना लोग अग्रसर होते रहेंगे आपकी लुटिया उतनी ही डूबती जाएगी ! इससे पहले की रेत की तरह समय हाथ से फिसल जाए , जागो , जागो और पहचानो लोकतंत्र को और इस लोकतंत्र के "लोक" को ! वो फिल्म का डॉयलॉग तो याद ही होगा ना "आम आदमी सोता हुआ शेर है, उंगली मत करो, जिस दिन जागेगा , चीर फाड़ देगा"

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